सुधरना एवं बिगडना केवल मनुष्य के सोच और स्वभाव पर निर्भर होता है..


रामायण मे दो व्यक्ती थे...
एक विभीषण और एक कैकेयी.
विभीषण रावण के राज मे रहता था
फिर भी नही बिगडा...
कैकेयी राम के राज मे रहती थी
फिर भी नही सुधरी..
तात्पर्य...
सुधरना एवं बिगडना केवल मनुष्य के सोच और स्वभाव पर
निर्भर होता है..

Comments

Popular posts from this blog

‘શાક સુધારવું અને સંતાન સુધારવું ઍ બેમાં ઘણો તફાવત છે સાહેબ…..

ખંભાતના વાણિયાની આ વાત...