खुश रहने का सीधा सा मंत्र
खुश रहने का सीधा सा मंत्र
उम्मीद अपने आप से रखो, किसी और से नहीं।
कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, क्यों कर रहा है।
इससे आप जितना दूर रहेंगे, अपनी मन्जिल के उतने ही करीब रहेंगे।
खुश रहने का सीधा सा मंत्र
उम्मीद अपने आप से रखो, किसी और से नहीं।
कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, क्यों कर रहा है।
इससे आप जितना दूर रहेंगे, अपनी मन्जिल के उतने ही करीब रहेंगे।
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